लेखन के लिए दिशा निर्देश |
अकादमी
हेतु पुस्तक लेखन-प्रस्ताव बनाते समय लेखक कृपया निम्न बिन्दुओं को ध्यान में
रखें। अकादमी के विभिन्न अनुभाग पुस्तक प्रकाशन की प्रक्रिया में अपेक्षित
जानकारियों को अपनी निर्णय-प्रक्रिया का आधार बनाते हैं। |
उद्देश्य |
पृष्ठभूमि-पुस्तक की पृष्ठभूमि का वर्णन करें। (उदाहरणार्थ पुस्तक किसी शोध पर
व्यावहारिक ज्ञान अथवा अध्यापन प्रक्रिया पर केंद्रित है)
तर्कसंगताः-प्रस्ताव की तार्किकता से अवगत करवायें। पुस्तक का मुख्य कलेवर और
उसके उद्देश्य क्या होंगे?
दृष्टिकोणः-पुस्तक लेखन का संक्षिप्त दृष्टिकोण विशेष और पाण्डुलिपि तैयार करते
समय उस दृष्टिकोण के अकादमिक कारण।
अभिलक्षणः- प्रस्ताव के कौन से पहलुओं को आपने सर्वाधिक
महत्वपूर्ण अभिलक्षणों के रूप में प्रस्तुत किया है और कौनसे पहलुओं की आपने
सायास अनदेखी की है? कोई अन्य पक्ष जिस पर आप अभी और गौर करना चाहेंगें?
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बाजार |
पठनीयताः-पुस्तक मूल रूप से किन पाठकों को ध्यान में रखकर लिखी जायेगी? इसे कौन
खरीदेंगे? इसे कौन पढेंगे क्या यह विषय राष्ट्रीय स्तर पर महत्व रखता है? अगर
ऐसा है तो कौनसे प्रदेशों में? क्या क्या इस प्रस्ताव का विषय क्षेत्र व्यापक
रूप से पठित रहा है? |
पठन स्तरः-पुस्तक किस तरह के पाठक वर्ग के लिए लिखी जायेगी? क्या यह अधिस्नातक, स्नातकोत्तर, शोध छात्र, अध्यापक या प्रोफेसनल के लिए होगी? स्पष्ट करें कि प्रस्तुत पुस्तक पाठक को किस स्तर तक की जानकारी प्रदान करेगी? |
पाठ्यक्रम |
क्या पुस्तक पाठ्यक्रम के अनुरूप लिखी गई है अथवा यह एक सहायक पुस्तक है आवा
संदर्भ ग्रंथ है या सर्व सामान्य रुचि की है? आप किस पाठ्यक्रम में इसकी अनुशंसा
हेतु आशान्वित हैं?
प्रतियोगी क्षेत्रः-संबंधित क्षेत्र में उपलब्ध कौनसी पुस्तकें हैं जो आपके
प्रस्ताव से मिलती-जुलती हैं और इन सबकी तुलना किस रूप में की जा सकती है? आपकी
पुस्तक इन सबके बीच क्या एक अलग पहचान बना पायेगी? क्या वह सबसे भिन्न होगी?
क्या उनसे श्रेष्ठतर होगी? प्रस्तुत पुस्तक की सम्भावनाओं की कृपया एक सूची
संलग्न करें।
सार-संक्षेप (सिनोप्सिस)-अध्यायों के शीर्षक, उपशीर्षक, पैराग्राफ की लंबाई तथा
अध्याय की संक्षिप्त रूपरेखा के साथ अंतर्वस्तु का प्राथमिक खाका प्रस्तुत
करें। पाण्डुलिपि की सही-सही एवं परिशुद्ध छवि को दर्शाने हेतु चाही गई जानकारी
पर्याप्त विस्तार के साथ संलग्न करना आवश्यक है। प्रारंभिक तौर पर आवश्यक होगा
कि आप अपने प्रस्ताव की रूपरेखा तथा नमूने के तौर पर एक या दो अध्याय ही अकादमी
में प्रस्तुत करें न की संपूर्ण पाण्डुलिपि।
पृष्ठ संख्याः-संदर्भ सूची एवं फुट नोट्स सहित मुद्रित पुस्तक कितने पृष्ठ की
होगी?
अनुसूचीः- क्या पहला प्रारूप पूरा कर लिया गया है? अपनी पाण्डुलिपि को आप किस
तिथि तक अंतिम रूप दे पायेंगे? चित्रण(इलेक्ट्रेशन)- पुस्तक में कितनी सारणियां,
चित्र व निदर्शन होंगे? |
सहायक सूचना |
लेखकः- अनुभव, पृष्ठभूमि तथा शैक्षणिक एवं अन्य योग्यताओं की सूची संलग्न करें।
संदर्भः-ऐसे तीन लोगों के नाम एवं पते, जिन्हें आप आकदमी को भेजे गए प्रस्ताव पर
टिप्पणी हेतु अधिकृत मानते हैं।
नोटः- कृपया टंकित सामग्री ही प्रस्तुत करें तथा वर्तनी सम्बन्धी अशुद्धियों एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाये।
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